नोबेल पुरस्कार 2025: सभी विजेताओं का परिचय | Nobel Prize 2025

By Santosh kumar

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Nobel Prize 2025 – प्रतिवर्ष अक्टूबर में नोबेल पुरस्कारों की घोषणा हमेशा विश्व को रोमांचित करती है। अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत से प्रेरित यह पुरस्कार विज्ञान, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उन व्यक्तियों या संगठनों को दिया जाता है, जिन्होंने मानवता के कल्याण के लिए असाधारण योगदान दिया हो। 2025 में सभी घोषणाएं हो चुकी हैं (6 से 13 अक्टूबर तक), और यह वर्ष क्वांटम यांत्रिकी, इम्यून सिस्टम की खोजों, लोकतंत्र की लड़ाई और नवाचार-चालित आर्थिक विकास जैसे विषयों पर केंद्रित रहा।

नोबेल पुरस्कार 2025: सभी विजेताओं का परिचय | Nobel Prize 2025

विजेताओं को 10 दिसंबर 2025 को स्टॉकहोम और ओस्लो में सम्मानित किया जाएगा, जहां प्रत्येक को 11 मिलियन स्वीडिश क्रोना (लगभग 1 मिलियन डॉलर), मेडल और डिप्लोमा मिलेगा।

Nobel Prize 2025: नोबेल घोषणाओं का शेड्यूल (2025)

नोबेल पुरस्कारों की घोषणाएं हमेशा एक निश्चित क्रम में होती हैं, जो अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत पर आधारित है। 2025 में यह शेड्यूल कुछ इस प्रकार था:

तारीख (Date)श्रेणी (Category)स्थान (Location)
6 अक्टूबर (Oct 6)फिजियोलॉजी या मेडिसिन (Physiology/Medicine)स्टॉकहोम (Karolinska Institute)
7 अक्टूबर (Oct 7)फिजिक्स (Physics)स्टॉकहोम (Royal Swedish Academy)
8 अक्टूबर (Oct 8)केमिस्ट्री (Chemistry)स्टॉकहोम (Royal Swedish Academy)
9 अक्टूबर (Oct 9)लिटरेचर (Literature)स्टॉकहोम (Swedish Academy)
10 अक्टूबर (Oct 10)पीस (Peace)ओस्लो (Norwegian Nobel Institute)
13 अक्टूबर (Oct 13)इकोनॉमिक साइंसेज (Economic Sciences)स्टॉकहोम (Royal Swedish Academy)

इस वर्ष के नोबेल पुरस्कार 2025 के विजेता वैश्विक चुनौतियों – जैसे कैंसर उपचार, क्वांटम कंप्यूटिंग, जलवायु परिवर्तन के लिए नई सामग्रियां, साहित्यिक कल्पना, वेनेजुएला में लोकतंत्र की रक्षा और आर्थिक नवाचार – का समाधान प्रस्तुत करते हैं। हमने सभी विजेताओं की एक टेबल बनाई है जहाँ आप आसानी से जानकारी हासिल कर सकते हैं-

श्रेणी (Category)विजेता (Winner/s)योगदान (Contribution)रोचक तथ्य (Interesting Fact)
फिजियोलॉजी या मेडिसिन (Physiology or Medicine)Mary E. Brunkow (USA),
Fred Ramsdell (USA),
Shimon Sakaguchi (Japan)
Peripheral immune tolerance की खोज, जो इम्यून सिस्टम को शरीर पर हमला करने से रोकती है। कैंसर और ऑटोइम्यून बीमारियों के उपचार की नींव।यह खोज 1990 के दशक की है; इससे नए इम्यूनोथेरेपी विकसित हुए हैं। शिमोन सकागुची जापान के पहले विजेता हैं इस श्रेणी में।
फिजिक्स (Physics)John Clarke (UK/USA),
Michel H. Devoret (France/USA),
John M. Martinis (USA)
Macroscopic quantum mechanical tunneling और electric circuits में energy quantization की खोज। क्वांटम कंप्यूटिंग की आधारशिला।2025 क्वांटम विज्ञान का अंतरराष्ट्रीय वर्ष है; यह खोज 100 साल पुरानी क्वांटम यांत्रिकी को नया रूप देती है। जॉन क्लार्क के पास नाइटहुड है।
केमिस्ट्री (Chemistry)Susumu Kitagawa (Japan),
Richard Robson (Australia),
Omar M. Yaghi (USA/Jordan)
Metal-organic frameworks (MOFs) का विकास, जो गैसों और रसायनों के लिए बड़े स्पेस वाली आणविक संरचनाएं बनाते हैं। जल शुद्धिकरण और CO2 कैप्चर में उपयोगी।MOFs से कार्बन कैप्चर तकनीक संभव हुई; ओमार यागी को पहले भी मैकआर्थर जीनियस ग्रांट मिला। यह खोज जलवायु संकट से लड़ने में क्रांतिकारी।
लिटरेचर (Literature)László Krasznahorkai (Hungary)Apocalyptic terror के बीच कला की शक्ति को पुनः स्थापित करने वाली visionary oeuvre के लिए।उनके उपन्यास जैसे “Satantango” को “हंगेरियन जेम्स जॉयस” कहा जाता है। यह पुरस्कार पूर्वी यूरोपीय साहित्य को नई पहचान देता है।
पीस (Peace)María Corina Machado (Venezuela)वेनेजुएला में लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने और तानाशाही से शांतिपूर्ण संक्रमण के लिए अथक संघर्ष।वे वेनेजुएला की पहली महिला विजेता; 2024 चुनाव में उन्हें उम्मीदवार बनने से रोका गया। यह पुरस्कार ट्रंप की उम्मीदों को नकारता है।
इकोनॉमिक साइंसेज (Economic Sciences)Joel Mokyr (Israel/USA),
Philippe Aghion (France/USA),
Peter Howitt (Canada/USA)
Innovation-driven economic growth की व्याख्या; Mokyr को technological progress के prerequisites के लिए, Aghion-Howitt को creative destruction theory के लिए।यह पुरस्कार आर्थिक नवाचार पर केंद्रित; जोएल मॉकर को आधी राशि, बाकी आधी Aghion-Howitt को। यह सिद्धांत शुम्पीटर की विचारधारा से प्रेरित।

Nobel Prize 2025: नोबेल 2025 का वैश्विक प्रभाव

इस वर्ष नोबेल पुरस्कार साइंस में अमेरिकी और यूरोपीय प्रभुत्व दिखाता है (कुल 10 विजेता, ज्यादातर USA से), जबकि शांति पुरस्कार लैटिन अमेरिका की आवाज को मजबूत करता है। विज्ञान श्रेणियों में क्वांटम और इम्यूनोलॉजी पर फोकस भविष्य की तकनीकों – जैसे क्वांटम कंप्यूटिंग और कैंसर थेरेपी – को आकार देगा।

साहित्य में क्रास्नाहोरकाई की “अपोकैलिप्टिक” थीम्स जलवायु और युद्ध के संकटों को प्रतिबिंबित करती हैं। शांति पुरस्कार मारिया कोरिना मशाडो को देकर, नोबेल कमिटी ने तानाशाही के खिलाफ लोकतंत्र की लड़ाई को बढ़ावा दिया – एक ऐसा संदेश जो आज की दुनिया के लिए प्रासंगिक है।

अर्थशास्त्र में, जोएल मॉकर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट का काम बताता है कि कैसे नवाचार और “क्रिएटिव डिस्ट्रक्शन” (पुरानी चीजों को नष्ट कर नई बनाने की प्रक्रिया) आर्थिक विकास को टिकाऊ बनाते हैं। यह पुरस्कार विकासशील देशों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जहां तकनीकी प्रगति रोजगार और समृद्धि की कुंजी है।

इतिहास में एक नजर

नोबेल पुरस्कार 1901 से दिए जा रहे हैं, और अब तक 600 से ज्यादा विजेता हो चुके हैं। 2025 में महिलाओं का प्रतिनिधित्व मजबूत रहा – मैरी ब्रंकॉ शायद पहली महिला विजेता इस श्रेणी में।

गणित में नोबेल पुरस्कार क्यों नहीं दिया जाता?

नोबेल पुरस्कार विज्ञान, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र जैसे क्षेत्रों में दिए जाते हैं, लेकिन गणित (Mathematics) इस सूची में शामिल नहीं है। यह सवाल अक्सर उठता है कि गणित, जो विज्ञान की नींव है, को नोबेल पुरस्कार क्यों नहीं मिलता? इसका जवाब अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत, ऐतिहासिक परिस्थितियों और गणित के लिए वैकल्पिक पुरस्कारों में छिपा है। आइए, इस रहस्य को सरल और रोचक तरीके से समझें, ताकि पाठकों की जिज्ञासा बनी रहे।

अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत: गणित क्यों छूटा?

अल्फ्रेड नोबेल, जिन्होंने डायनामाइट का आविष्कार किया, ने 1895 में अपनी वसीयत में नोबेल पुरस्कारों की स्थापना की। उन्होंने पांच क्षेत्रों को चुना: फिजिक्स, केमिस्ट्री, फिजियोलॉजी या मेडिसिन, लिटरेचर और पीस। बाद में, 1968 में स्वीडन के सेंट्रल बैंक ने उनके सम्मान में इकोनॉमिक साइंसेज में नोबेल मेमोरियल पुरस्कार जोड़ा। लेकिन गणित को शामिल न करने के पीछे कई संभावित कारण हैं:

  1. नोबेल की प्राथमिकताएं: नोबेल ने उन क्षेत्रों को चुना जो प्रत्यक्ष रूप से “मानवता को सबसे बड़ा लाभ” दे सकें। उनकी नजर में, फिजिक्स और केमिस्ट्री जैसे क्षेत्रों का तत्कालीन प्रभाव (जैसे औद्योगिक विकास) अधिक स्पष्ट था। गणित, हालांकि सभी विज्ञानों की नींव है, को शायद वह तत्काल “व्यावहारिक” नहीं मानते थे।
  2. नोबेल का व्यक्तिगत दृष्टिकोण: कुछ इतिहासकार मानते हैं कि नोबेल को गणित में व्यक्तिगत रुचि नहीं थी। वे एक इंजीनियर और आविष्कारक थे, जिनका झुकाव भौतिक विज्ञानों और सामाजिक बदलावों की ओर था। गणित का अमूर्त स्वरूप उनके लिए कम आकर्षक रहा होगा।
  3. ऐतिहासिक मिथक: एक लोकप्रिय कहानी है कि नोबेल ने गणित को इसलिए छोड़ा क्योंकि उनकी पत्नी या मंगेतर का संबंध स्वीडन के प्रसिद्ध गणितज्ञ गोस्ता मिट्टैग-लेफलर से था। यह कहानी गलत है, क्योंकि नोबेल ने कभी शादी नहीं की। यह मिथक बाद में बनाया गया, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं है।
  4. पुरस्कारों की सीमा: नोबेल ने अपनी संपत्ति से सीमित पुरस्कारों की स्थापना की थी। सभी क्षेत्रों को शामिल करना संभव नहीं था, और गणित को छोड़ दिया गया, शायद क्योंकि उस समय यह भौतिक विज्ञानों जितना “लोकप्रिय” नहीं था।

गणित के लिए वैकल्पिक पुरस्कार

गणित को नोबेल न मिलने की कमी को अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कारों ने पूरा किया है। ये पुरस्कार गणितज्ञों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित करते हैं और “गणित का नोबेल” कहलाते हैं। नीचे प्रमुख पुरस्कारों की तालिका दी गई है:

पुरस्कार का नामस्थापना वर्षउद्देश्य और महत्वरोचक तथ्य
फील्ड्स मेडल (Fields Medal)193640 वर्ष से कम आयु के गणितज्ञों को उनके असाधारण योगदान के लिए। हर 4 साल में दिया जाता है।इसे “गणित का नोबेल” कहा जाता है; 2022 में मैरीना व्याजोव्स्का पहली यूक्रेनी महिला विजेता बनीं।
एबेल पुरस्कार (Abel Prize)2002गणित में जीवनकाल की उपलब्धियों के लिए। नॉर्वे द्वारा शुरू, नोबेल के समकक्ष माना जाता है।2019 में करेन उहलेनबेक पहली महिला विजेता बनीं; पुरस्कार राशि नोबेल के बराबर।
वुल्फ प्राइज (Wolf Prize)1978गणित सहित कई क्षेत्रों में योगदान के लिए। इजरायल द्वारा दिया जाता है।कई वुल्फ विजेता बाद में फील्ड्स या एबेल भी जीत चुके हैं।
चर्न मेडल (Chern Medal)2010ज्यामिति में योगदान के लिए। अंतरराष्ट्रीय गणित संघ (IMU) द्वारा हर 4 साल में।शिंग-तुंग याउ जैसे गणितज्ञों को सम्मानित किया; ज्यामिति पर केंद्रित।

रोचक तथ्य

  • फील्ड्स मेडल की उम्र सीमा: यह केवल 40 साल से कम उम्र वालों को मिलता है, ताकि युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा मिले।
  • नोबेल की वसीयत: नोबेल ने अपनी 90% संपत्ति पुरस्कारों के लिए दी, लेकिन गणित को शामिल न करने का कारण उनकी डायरी या पत्रों में नहीं मिलता।
  • भारत का योगदान: भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन को कभी नोबेल नहीं मिला, लेकिन उनकी खोजें (जैसे रामानुजन कॉन्जेक्चर) आज भी फिजिक्स और नंबर थ्योरी में प्रासंगिक हैं। क्या आप जानते हैं कि रामानुजन की कहानी फिल्म “The Man Who Knew Infinity” में दिखाई गई?

निष्कर्ष

गणित में नोबेल पुरस्कार न होना अल्फ्रेड नोबेल की व्यक्तिगत पसंद और उस समय की प्राथमिकताओं का परिणाम था। लेकिन फील्ड्स मेडल और एबेल पुरस्कार जैसे सम्मान इस कमी को पूरा करते हैं। गणित की शक्ति हर नोबेल-विजेता खोज में दिखती है, चाहे वह ब्लैक होल हो या आर्थिक मॉडल। क्या आप सोचते हैं कि गणित के लिए नोबेल पुरस्कार शुरू होना चाहिए? यह सवाल विचारणीय है!

स्रोत: नोबेल फाउंडेशन, बीबीसी, द हिंदू, विकिपीडिया। अपडेट: 15 अक्टूबर 2025।

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